16-Oct-2018
प्रदेश में 35 लाख से अधिक किसान हैं, जो कि मतदाताओं का बड़ा वर्ग है. हर राजनीतिक दल किसानों को साधने में लगा हुआ है. भाजपा अपनी सभाओं में किसानों के विकास की बात कर ही है तो जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ ने तो ‘हल चलाता किसान” चुनाव चिन्ह ही ले लिया है.
ऐसे में आचार संहिता लगने के बाद राहुल का पहला दौरा किसानों के लिए रखा गया है. किसान सम्मेलन के माध्यम से कांग्रेस दूसरे राजनीतिक दलों को अपनी ताकत दिखाने की पूरी कोशिश करेगी.
बता दें कि राहुल नवरात्र के दौरान ही छत्तीसगढ़ आने वाले थे लेकिन मध्यप्रदेश और राजस्थान में व्यस्त होने के कारण वे नहीं आ सके. अब वे 22 को छत्तीसगढ़ आएंगे और चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत करेंगे.