श्योपुर Nov 05, 2018
मानपुर क्षेत्र को सिंचित करने वाली चंबल नहर की उप शाखा 12 एल में क्षमता के अनुरूप पानी नहीं चलने से सैकड़ों किसान पलेवा नहीं कर पा रहे हैं क्षेत्रीय किसानों ने रविवार को श्योपुर जाकर जल संसाधन विभाग के ईई से पानी बढ़ाने की मांग की है। किसान नरेश मीणाा, देवीशंकर राठौर, बाबूलाल मीण, अशोक शर्मा, विकास मीणा ने बताया कि 12 एल नहर में इस समय 4 फीट पानी छोड़ने की दरकार है। लेकिन ग्राम बगडुवा के पास महज एक फीट चल रहा है। जिससे 12 एल की उप शाखा 8 एल सूखी पड़ी है। किसानों का कहना है कि अगर जल्द पानी नहीं बढ़ाया तो अंतिम छोर पर पलेवा के लिए किसानों को पानी मिलने की उम्मीद खत्म हो जाएगी। किसानों में बेचैनी इस बात को लेकर है कि अव्वल तो खरीफ सीजन में उड़द, मूंग की पैदावार नहीं हुई और अब रबी सीजन की शुरुआत में ही नहरों में पानी नहीं मिलने से बोवनी पर संकट के बादल छा गए हैं। क्षेत्रीय किसान बैंक और सेठों के लाखों रुपए कर्ज में डूबे हुए है। समय पर कर्ज चुकाने और परिवार की आजीविका चलाने की चिंता सूखा प्रभावित किसानों की परेशानी का कारण बन रही है। वहीं नहर सूखने से परेशान क्षेत्रीय किसानों ने नजदीकी ट्यूबवेल से पानी खरीदकर अपने खेतों में पलेवा का जतन शुरू कर दिया है। जैनी के किसान रामअवतार मीणा , भूरा भर्रावाले ने बताया कि मौजूदा स्थिति को देखते हुए लगता नहीं कि समय पर मिल जाएगा। इसलिए ट्यूबवेल मालिक से पानी खरीदकर खेत मे पलेवा करना मजबूरी हो गई है। बोवनी लेट होने से पैदावार के नाम पर कई बार लागत भी नहीं निकल पाती है। 800 रुपए बीघा के हिसाब से ट्यूबवेल मालिक से पानी खरीदकर पलेवा करने में ही किसान भलाई समझ रहे है।
इन गांवों के किसानों के खेतों में नहीं पहुंचा पानी
नहर शाखा 8 एल में क्षमता के अनुरूप पानी नहीं छोड़ने से बगडुवा, चिमलका, जावदेश्वर, उप शाखा 9 एल, 10 आर में पानी नहीं पहुंचने से मानपुर,जैनी,मेवाड़ा, बहरावदा, जवासा,आवनी, टोंगनी, चौपना,जावदेश्वर,तलावदा, सरोदा आदि गांव में किसान अपने खेतों मे पलेवा नहीं कर पाए हैं। वहीं ढोढर और खोजीपुरा में 23 एल तथा रघुनाथपुर में 26 एल एवं 27 एल नहर में पानी नहीं मिलने से गेंहू,चना एवं जौ की बोवनी पिछडऩा तय माना जा रहा है।