शिवपुरी Oct 17, 2018
कृषि उपज मंडी में मंगलवार सुबह 11 बजे व्यापारियों ने मूंगफली की बोली 1200 रुपए से शुरू की तो किसानों ने विरोध शुरू कर दिया। किसानों का कहना था कि यह दाम काफी कम हैं। किसानों और व्यापारियों के बीच बहस होने लगी। कुछ देर बाद व्यापारी मौके से चले गए। गुस्साए किसानों ने एसडीएम के पास पहुंचकर अपनी समस्या बताई। एसडीएम के निर्देश पर दोपहर डेढ़ बजे दोबारा बोली शुरू हुई, तब व्यापारियों ने 1550 रुपए से बोली शुरू की। हालांकि किसान इससे भी संतुष्ट नहीं थे क्योंकि एक दिन पहले ही मूंगफली 2200 से 2600 रुपए के भाव पर बिकी थी।
मूंगफली के दाम कम लगाने पर मंडी में किसानों ने विरोध किया तो उनका व्यापारियों के साथ मुंहवाद होने लगा। किसान हंगामा करने लगे। इसके बाद भी मंडी प्रबंधन की तरफ से समस्या सुलझाने के लिए कोई अधिकारी-कर्मचारी नहीं आया। कुछ देर बाद व्यापारी मौके से चले गए। इससे गुस्साए किसान कलेक्टोरेट पहुंच गए, लेकिन वहां उन्हें कलेक्टर नहीं मिलीं। किसानों ने एसडीएम को समस्या बताई। एसडीएम प्रदीप सिंह तोमर ने मंडी सचिव को फोन लगाकर किसानों की फसलों के सही दाम दिलवाने के निर्देश दिए। एसडीएम के फोन के बाद मंडी सचिव ने व्यापारियों को बुलवाया और दोपहर करीब डेढ़ बजे मौके पर पहुंचकर बोली लगवाना शुरू की। व्यापारियों ने दाम तो बढ़ाए, लेकिन बोली 1550 रुपए से शुरू की। मजबूरी में किसान कम दाम पर फसल बेचकर घर चले गए। इस दौरान किसानों ने आरोप लगाया कि मंडी अधिकारी-कर्मचारी और व्यापारियों पर मिलीभगत है। इसलिए उन्हें फसल के कम दाम लगाए जा रहे हैं।
मूंगफली का समर्थन मूल्य 4890 रुपए, व्यापारी कम दाम पर खरीद रहे
किसान बोले- फुटकर व्यापारी सही दाम लगाते थे, उन्हें हटा दिया
ग्राम रायश्री के किसान अमरसिंह ने आरोप लगाया कि व्यापारियों ने मंगलवार को बोली 1200 से शुरू की जबकि सोमवार को 2600 रुपए तक की बोली लगाई थी। कुछ फुटकर व्यापारी मंडी के बाहर दुकान लगाकर बैठे रहते थे जो 2500 रुपए से अधिक दामों में मूंगफली खरीदते थे, लेकिन उन्हें हटाने के बाद मंडी के अंदर उनकी फसल के दाम कम लगाना शुरू कर दिए।
सचिव के सामने 1550 से बोली शुरू की 1790 रुपए तक रुकी
मंडी सचिव अनिरुद्ध सिंह तोेमर ने व्यापारियों से बातचीत की और मंडी शेड के नीचे पहुंचकर मूंगफली की बोली लगवाना शुरू की। यहां भौराना गांव के किसान नरेंद्र सिंह की मूंगफली ढेरी की बोली 1550 से शुरू कराई जो 1790 तक रुकी। किसान से पूछा तो मायूसी के साथ कहा कि अब लौटाकर घर कहां ले जाएंगे। इससे अच्छा 1790 रुपए में ही बेच दें।
इधर, बोरियां चोरी करने की कोशिश, किसानों ने एक हम्माल के हाथ-पैर बांधकर पुलिस बुलाई, तीन भागे
बूढ़ीबरौद निवासी किसान रणवीर रावत की सोयाबीन की मंडी में बोली लगी। मंडी प्रांगण में दफ्तर के ठीक पीछे बाउंड्रीवाल से लगे चबूतरे पर उपज तुलवाने पहुंचा। यहां बेटे को ट्रैक्टर पर बिठाकर पानी लेने चला गया। इसी बीच चार हम्माल आए और किसान के बेटे से ट्रॉली की लिफ्ट उठाने की बात कही। इसी बीच हम्मालों ने चार-पांच बोरियां उठाकर दूसरी तरफ रख दीं। इसी बीच किसान आया और दूसरे किसानों के साथ हम्मालों को पकड़ने की कोशिश की, लेकिन तीन हम्माल भाग गए। राधेश्याम नाम के एक हम्माल को किसानों ने दबोच लिया और उसके हाथ-पैर बांध कर पुलिस को सूचना दी। पुलिस हम्माल को पकड़कर सिटी कोतवाली ले आई, लेकिन बाद में किसान पक्ष की तरफ से शिकायत दर्ज नहीं कराई गई। इसलिए उसके खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई।
समर्थन मूल्य 4890 रुपए, आधे दाम पर भी नहीं खरीद रहे व्यापारी: सरकार ने मूंगफली का समर्थन मूल्य 4890 रुपए निर्धारित किया है। व्यापारी इससे आधे दाम पर भी मूंगफली नहीं खरीद रहे हैं। हालांकि एक दिन पहले यानी सोमवार को कुछ किसानों की मूंगफली की बोली 2200 से 2600 रुपए तक लगाई गई थी लेकिन मंगलवार को दाम एकदम एक हजार रुपए प्रति क्विंटल गिरा दिए गए।
4890 रुपए में खरीदेंगी किसानों की मूंगफली