पथरिया कृषि उपज मंडी में बड़ी लापरवाही के साथ अव्यवस्थाओं का अंबार लगा है। सुविधाओं का लंबे समय से टोटा बना हुआ है। न तो यहां पर लाइटें हैं और न ही सुरक्षा का कोई इंतजाम। सालों से लंबी लाइटें एक बार भी नहीं सुधारी गईं।
यहां पर किसान इस बात से चिंतित रहते हैं कि कहीं रात के अंधेरे में कोई उनका अनाज ना चुरा जाए क्योंकि कृषि उपज मंडी में शाम ढलने के बाद रात होते ही अंधेरा छा जाता है यहां पर स्ट्रीट लाइट के पोल तो लगे हैं, लेकिन उनमें ना तो बिजली जलती है और ना ही कोई बल्ब सिर्फ दिखावे के लिए मंडी में पोल लगाए गए हैं। भास्कर ने इसकी पड़ताल की तो हकीकत सामने आई। यहां पर मंडी परिसर में चार जगह पर दूधिया रोशनी के लिए हाई मास्क लाइटें लगीं हैं। कई सालों से यह बंद हैं। न तो इनका मेंटनेंस किया गया है और न ही सुधारने को लेकर कोई पहल की गई है। मंडी में आने वाले आसपास के किसान इस चिंता में डूबे रहते हैं कि अनाज खुले में रखा उनका अनाज रात में चोरी न हो जाए।
इतना ही नहीं मंडी में रात में ना तो कोई चौकीदार रहता है और ना ही उजाला किसानों की माने तो कुछ स्थान तो ऐसे हैं जहां कुछ दिखाई नहीं देता ऐसे में कोई भी बड़ी आसानी से अनाज चुरा सकता है। मंडी कार्यालय में व्यापारियों के कांटे चार्ज किए जाते हैं, जांच के लिए आए व्यापारियों के सेंपल नहीं भेजे गए, उन्हें सचिव के कार्यालय में रखवा दिया गया है।
दमोह। कृषि मंडी पथरिया में खाली पड़ी कुर्सी। इनसेट में बंद स्ट्रीट लाइट।
अध्यक्ष बोले टैक्स नहीं
मिला, सचिव बोले, मैं
चाय की दुकान पर
जब मंडी अध्यक्ष खरगराम पटेल से बात की गई तो उन्होंने कहा कि मंडी को टैक्स नहीं मिल रहा है। इसलिए कोई काम नहीं कराया गया। जबकि मंडी सचिव आरके द्विवेदी से जब पूरे मामले को लेकर बात करना चाहा तो जिम्मेदार अधिकारी कार्यालय में उपस्थित नहीं मिले और जब फोन पर बात की गई तो कहते रहे मिलेंगे तब बात करेंगे, अभी मैं चाय की दुकान पर आया हूं।