श्योपुर | Sep 14, 2018
जिले मेें लगातार बारिश से फसलें बर्बाद हो गई हैं। कृषि विभाग ने बीते कुछ दिनों में सर्वे किया तो पता चला कि तिली की 90 फीसदी फसल खराब हो गई है। उड़द की फसल में 70 फीसदी तक नुकसान हुआ है। इसी प्रकार सोयाबीन आैर बाजरा की फसल में भी काफी नुकसान हुआ है। इस सर्वे के मुताबिक जिले में लगभग 40 हजार हेक्टेयर में लगी फसलें खराब हो चुकी हैं। इसके बाद भी मुआवजा देने के लिए प्रशासन ने अब तक सर्वे शुरू नहीं कराया है। इससे किसानों को चिंता है कि उन्हें मुआवजा भी नहीं मिल पाएगा। वहीं अफसरों का कहना है कि शासन से आदेश आने के बाद ही सर्वे के लिए टीमें गठित की जाती हैं। अब तक ऐसा कोई आदेश नहीं आया है।
कृषि विभाग के प्रारंभिक सर्वे के मुताबिक लगातार बारिश से खरीफ सीजन की उड़द, तिली और सोयाबीन की फसल को नुकसान पहुंचा है। धान की फसल सुरक्षित बताई गई है। तिली की 10 हजार हेक्टेयर में से 9 हजार हेक्टेयर फसल खराब हो गई है। उड़द की 17 हजार 500 हेक्टेयर फसल में से 12 हजार हेक्टेयर में नुकसान बताया जा रहा है। इसके अलावा 30 हजार हेक्टेयर में लगी सोयाबीन की फसल को भी नुकसान पहुंचा है और करीब 10 हजार हेक्टेयर फसल बर्बाद होने का अनुमान है। बाजरे की 8 हजार हेक्टेयर में खड़ी फसल नष्ट हुई है। बाजरा की बोवनी 15 हजार हेक्टेयर में हुई थी। वहीं साग-सब्जी की फसल भी को भी खेतों में पानी भरने से नुकसान हुआ है।